शहर नया था तुम्हारा यु , और मैं शख्स पुराना, ………………………………………..

शहर नया था तुम्हारा यु , और मैं शख्स पुराना,,
दस्तूर- ऐ- मोहब्बत ये , कुछ समझ नहीं पाया ,,,,,

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By | 2017-09-01T22:43:56+00:00 September 1st, 2017|Blog|0 Comments
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