पहना था बड़े शौक से , नया लिबास इस तरह
कुछ रंग निकल गया , कुछ शौक- ऐ -मोहब्बत……..
सीने में जलन इस कदर , और दिल में दर्द था
अब खुदा ही जाने , मोहब्बत थी या मर्ज था
पहना था बड़े शौक से , नया लिबास इस तरह
कुछ रंग निकल गया , कुछ शौक- ऐ -मोहब्बत……..
सीने में जलन इस कदर , और दिल में दर्द था
अब खुदा ही जाने , मोहब्बत थी या मर्ज था