कुछ चिराग कभी जलते नहीं , हवाओ को देखकर, जलते हुए मुझे हवाओ से ही , मोहब्बत का शौक है…….

By | 2018-04-19T19:43:56+00:00 April 19th, 2018|Blog|

आज बहुत बिकी है मोहब्बत, सरेबाज़ार इस तरह.., मुझे आशिक नहीं शायद , अब खरीदार होना है,

By | 2017-09-04T09:52:13+00:00 September 4th, 2017|Blog|

दर्द बयां नहीं करता यू तो , मगर बेइंतहा रखता हूँ, किस्से बहुत है तेरे , मगर खामोश जुबां रखता हूँ

By | 2024-07-10T18:12:33+00:00 August 28th, 2017|Blog|

Call Now
Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/appro71e/public_html/sonutyagi.com/wp-includes/functions.php on line 5464